News

गोरखपुर जिले में पांच किलोवाट के बकाएदारों पर बिजली निगम ने सख्त रुख अख्तियार किया है. इसके लिए ऊर्जा निगम के चेयरमैन ने शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के 10 एक्सईएन को 55 करोड़ रुपए वसूलने का टारगेट दिया है.

इसमें सबसे 2410 कंज्यूमर्स वितरण खंड चौरीचौरा के हैं। जिन पर 20.3 करोड़ रुपए का बकाया है। फरमान आने के बाद सभी अफसर गर्मी में फील्ड में उतरकर पसीना बहा रहे हैं। चूंकि पत्र सभी के नाम से आया है इसलिए जवाबदेही भी व्यक्तिगत रूप से बनेगी, इसलिए सभी एक्सईएन टारगेट पूरा करने के लिए हैरान-परेशान हैं। ऐसा पहली बार हुआ है...

Read More

नगर निकाय चुनाव को लेकर गोरखपुर में सुबह 7 बजे से ही वोटिंग का सिलसिला जारी है. सबसे पहले सुबह 7 बजे सीएम योगी आदित्यनाथ ने बार्ड नंबर 78 पुराना गोरखपुर के कन्या प्राथमिक विद्यालय में बने बूथ नंबर 797 पर पर मतदान किया. दूसरे केंद्रों पर भी मतदान जारी रहा.

गोरखपुर में छुट्टी के बाद भी वोटर्स में भी उत्साह नहीं नजर आया। मतदान सुबह 7 से 9 बजे तक सिटी में नगर निगम के लिए महज 5.85 परसेंट वोटर्स ही पोलिंग बूथ पर अपने राइट का इस्तेमाल करने के लिए पहुंचे। 9 से 11 बजे के बीच कुछ संख्या बढ़ी और सुबह 11 बजे तक 15.03 फीसद लोगों ने मतदान किया। 11 से 1 बजे के बीच फिर पोलिंग कर रफ्तार में सुस्ती...

Read More

..

फिल्म अभिनेता और सांसद रवि किशन की मुख्य भूमिका वाली फिल्म "1922 प्रतिकार चौरी चौरा" 30 जून 2023 को रिलीज होने जा रही है। सौ साल पहले 1922 में उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के चौरी चौरा गांव के लोगों ने ब्रिटिश शासन के अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठाई थी। इस क्रांतिकारी विद्रोह के कारण अनेक क्रांतिकारी शहीद हुए। चौरी चौरा...

Read More

तारीख़ के पन्नों में दर्ज है कि 4 फरवरी, 1922 को चौरी चौरा से मुतस्सिल भोपा बाजार में सत्याग्रही अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ जुलूस निकाल रहे थे.

 भारतीय की आज़ादी की तहरीक की एक बड़ी कड़ी चौरी-चौरा सानेहा के आज 100 साल हो गए हैं. इस मौक़े पर यूपी हुकूमत सालभर कई प्रोग्राम और तक़रीब चलाने वाली है. आइए जानते हैं क्या था चौरी चौरा सानेहा, जिसने अंग्रेजों की हुकूमत को हिला कर रख दिया था. जलियांवाला बाग क़त्ले-आम के बाद बाबा-ए-क़ौम महात्मा गांधी जी ने सितम्‍बर...

Read More

हाईटेक युग में अपराधियों ने भी खुद को अपग्रेड किया है. साइबर क्राइम बढ़ा है और इसका ग्राफ लगातार बढ़ता ही जा रहा है. ऐसे में पुलिस महकमे को भी इससे डील करने के लिए साइबर सेल बनानी पड़ी है.

डिजिटल अपराधी जो दिखते भी नहीं है, उनपर शिकंजा कस पाना किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है। इन चुनौतियों को स्वीकार कर साइबर सेल लगातार बड़े-बड़े आपराधिक मामले का खुलासा कर रही है। हाल फिलहाल मेें साइबर सेल की मदद से बमबाजों को भी पकड़ा है। वहीं डिजिटल फ्रॉड का शिकार हुई पब्लिक का पैसा भी वापस कराया है।ये बता दें...

Read More
  • ← Previous
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
  • Next →
  •   Show: