कुशीनगर में सोमवार को 2,503 जोड़ों ने सात फेरे लिए, इस सामूहिक विवाह कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल हुए। उन्होंने कहा, इस विवाह समारोह की सबसे बड़ी बात ये है कि इसमें ना ही जाति का भेद है, ना ही मज़हब का और ना ही क्षेत्र का भेद है।
उन्होंने कहा कि सामूहिक विवाह कुप्रथाओं के खिलाफ एक आंदोलन है। इससे दहेज प्रथा और बाल विवाह जैसी कुप्रथाओं पर अंकुश लगेगा। अधिकारी से लेकर मंत्री तक सामूहिक विवाह में शामिल होने से वर-वधुओं का रुतबा भी बढ़ेगा। जो लोग इस विवाह में आने से वंचित रह गए, यहां मौजूद लोग वापस जाने के बाद उन्हें भी इस बारे में जाकर बताएं।
मुख्यमंत्री सोमवार को जनपद मुख्यालय रवींद्रनगर स्थित बुद्घा पार्क में उत्तर प्रदेश भवन एवं सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड की तरफ से आयोजित सामूहिक विवाह कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। कन्या विवाह सहायता योजना के तहत इस सामूहिक विवाह में कुशीनगर, देवरिया, गोरखपुर और महराजगंज जिले से 2503 जोड़े और उनके परिवार से दस-दस लोगों को आमंत्रित किया गया था।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि श्रमिकों पर ही राष्ट्र की नींव है। यह देश को मजबूती प्रदान करते हैं। उन्होंने कहा कि यह वैवाहिक समारोह कुशीनगर के लिए बड़ी उपलब्धि है, जहां गोरखपुर, देवरिया और महराजगंज जिले से भी वर-वधू आए हैं। यह कार्यक्रम खुशहाली का प्रतीक है।
दो गज की दूरी, मास्क है जरुरी नियम का करें पालन
सीएम ने आगे कहा कि नेशनल पोर्टिबिलिटी सिस्टम से पंजीकृत श्रमिक किसी भी राज्य में खाद्यान्न उठा सकेंगे। चाहे वह लखनऊ, आगरा, गाजियाबाद, मुंबई, चेन्नई किसी भी राज्य में काम कर रहे हों, उन्हें अनाज के संकट से जूझना नहीं पड़ेगा। इसके अलावा श्रमिकों को अपने पाल्यों के शिक्षा को लेकर भी चिंतित होने की जरुरत नहीं है। क्योंकि श्रमिकों के बच्चों के लिए आवासीय विद्यालय बनाएंगे, जहां उनके बच्चों के उच्च शिक्षा मिल सकेगी।
उन्होंने कहा कि अभी कुछ दिन पहले ही प्रधानमंत्री आए थे, उन्होंने इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन किया और उसी के साथ उड़ान भी शुरू हो गई है। इसके अलावा मेडिकल कॉलेज भी बन रहा है, जो कुशीनगर की शान होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना दूसरे देशों में बहुत तेजी से फैल रहा है। वहां जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इसलिए सतर्कता जरुरी है। दो गज की दूरी, मास्क है जरुरी का पालन हर किसी को करना होगा। जिन्होंने वैक्सीन नहीं ली है, वह हर हाल में वैक्सीन लगवा लें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सामूहिक विवाह कार्यक्रम कई बुराइयों पर भी अंकुश लगाने का माध्यम बन रहा है। इससे बाल विवाह और दहेज प्रथा जैसी कुरीतियों पर रोक लगेगी। उन्होंने अपने सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए लॉकडाउन के दौरान सबके लिए भरण-पोषण, मुफ्त इलाज, मुफ्त अनाज के बारे में विस्तार से बताया।
उन्होंने बताया कि यूपी में 16 करोड़ लोगों को मुफ्त खाद्यान्न दिए हैं। दीपावली से होली तक इसे मुफ्त देने की घोषणा की गई है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 45 लाख आवास, 2.61 करोड़ गरीबों के लिए शौचालय, 1.40 करोड़ गरीब परिवारों को निशुल्क विद्युत कनेक्शन, 1.56 करोड़ लोगों को मुफ्त रसोई गैस, 90 लाख लोगों को विधवा, वृद्घा, विकलांग पेंशन और 2.64 करोड़ लोगों को किसान सम्मान निधि का लाभ दिया गया है।
सबका साथ, सबका विकास का दिया नारा
सीएम ने कहा कि सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के सिद्घांत पर चलते हुए प्रदेश और देश के हर नागरिक को लाभांवित किया जा रहा है। अंत में उन्होंने सभी लोगों ने टीकाकरण कराने की अपील के साथ जयश्रीराम के नारे के साथ अपना संबोधन समाप्त किया।
इस दौरान उत्तर प्रदेश सरकार के श्रम एवं सेवायोजन मंत्री व सदर विधायक स्वामी प्रसाद मौर्य, विधायक रजनीकांत मणि त्रिपाठी, विपिन सिंह, जटाशंकर त्रिपाठी, गंगा सिंह कुशवाहा, पवन केडिया, गो सेवा आयोग के उपाध्यक्ष अतुल सिंह, यूपी एग्रो के अध्यक्ष जगदीश मिश्र उर्फ बाल्टी बाबा, उत्तर प्रदेश बीज विकास निगम के उपाध्यक्ष राजेश्वर सिंह सहित कई लोग मौजूद थे।
इन सभी जोड़ों को उत्तर प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के अंतर्गत कन्या विवाह अनुदान योजना के तहत कुल 75 हजार रुपये की सहायता भी दी गई। इस कार्यक्रम में गोरखपुर मंडल के चारों जनपदों (गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया और महराजगंज) को मिलाकर 2,365 हिंदू व 138 मुस्लिम सहित कुल 2,503 जोड़ों का विवाह एक साथ संपन्न हुआ।